Saharanpur News : सरकारी स्कूल में जबरन दी जा रही इस्लामिक तालीम, उर्दू के साथ सिखाई जा रही हिज़ाब और बुरखा खूबियां, शासन प्रशासन से की शिकायत
Published By Anil Katariya
Saharanpur News : उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के एक सरकारी स्कूल के नाबालिग हिन्दू छात्र-छात्राओं को इस्लामिक तालीम देने का मामला सामने आया है। प्राथमिक विद्यालय में मुस्लिम शिक्षक द्वारा न सिर्फ हिन्दू छात्र-छात्राओं को जबरन उर्दू-पारसी किताबें पढ़ा रहा है बल्कि इस्लामिक तोर तरीके सीखा रहा है। बच्चों के विरोध करने पर उनके साथ मारपीट करता है।
आरोपित टीचर का नाम गफ्फार अहमद बताया जा रहा है। आरोप है कि गफ्फार नाम का अध्यापक हिन्दू छात्र एवं बच्चियों को हिजाब और बुर्का की खूबियाँ बताकर उन्हें धर्मांतरण की ओर ले जा रहा है। हिन्दू संगठनों ने शासन प्रशासन को शिकायती पत्र भेज आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्यवाई की मांग की है। वहीं मामला संज्ञान में ने के बाद पुलिस मामले की जाँच की बात कहकर पल्ला झाड़ रही है।
आपको बता दें कि पूरा मामला थाना बेहट इलाके के गांव फैजाबाद का है। जहां राजकीय प्राथमिक विद्यालय में गफ्फार अहमद नाम का मुस्लिम शख्स अध्यापक है। शिक्षक गफ्फार अहमद पर आरोप है कि वह स्कूल में पढ़ने वाले हिन्दू बच्चों को जबरन अरबी व पारसी किताबें पढ़ाता है। इसमें से कुछ किताबें इस्लाम की मजहबी तालीम वाली बताई जा रहीं हैं। आरोपी शिक्षक इस्लाम की धार्मिक किताबें प्रतिदिन अपने साथ लेकर आता है और छुट्टी के बाद साथ ही लेकर जाता है। हिन्दू छात्र-छात्राओं को उर्दू भाषा के साथ इस्लामी तालीम का दबाव बनाता हैं। अगर कोई बच्चा विरोध करता है तो उनके साथ मारपीट की जाती है। Saharanpur News
प्राथमिक विद्यालय में ज्यादातर बच्चें गरीब और अनुसूचित समाज से हैं। जिसका फायदा उठाकर मुस्लिम शिक्षक उन्हें इस्लाम धर्म के तोर तरीके सीखा कर धर्मांतरण की ओर ले जा रहा है। आलम यह है कि कुछ छात्राएं तो मुस्लिम तोर तरीके और उर्दू शब्दों का इस्तेमाल भी करने लगी हैं। बच्चों में इस्लामिक गुण दिखने लगे हैं। जिससे अभिभावकों को अपने बच्चों के भविष्य की चिंता सताने लगी है। मामले संज्ञान में आया तो बजरंग दल पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित सहारनपुर के जिलाधिकारी और एसएसपी से मामले की शिकायत की है। Saharanpur News
बजरंग दल पदाधिकारी हरीश कौशिक ने बताया कि मुस्लिम शिक्षक गफ्फार अहमद सरकारी कोर्स के अतिरिक्त उर्दू की किताबें पढ़ने का दबाव बनाता है। जिसका असर हिन्दू बच्चियों की बोल चाल में दिखने लगा है। इस्लामिक किताबों के माध्यम से हिन्दू बच्चियों को हिजाब और बुरखा पहनने की तालीम दे रहा है। जिसका असर हिन्दू बच्चियों में दिखने लगा है और बच्चियों के विचारों में तेजी के साथ परिवर्तन आ रहा है। मुस्लिम शिक्षक द्वारा वह सब पढ़ाया जा रहा है जिसका उत्तर प्रदेश शिक्षा प्रणाली से कोई लेना-देना नहीं है। आरोप है की आरोपी शिक्षक गफ्फार दारुल उलूम देवबंद से जुड़ा हुआ है और सरकारी स्कूल में दारुल उलूम की शिक्षा पद्धति लागू करना चाहता है। Saharanpur News
बजरंग दल पदाधिकारी के इस पत्र में छात्रों को मौखिक तौर पर काफिर, मोमिन और दोजख जैसी बातें बताए जाने का जिक्र है। आरोप है कि यहाँ पढ़ाने वाला टीचर गफ्फार अहमद मूलतः सहारनपुर के ही दारुल उलूम देवबंद से जुड़ा हुआ है जो वहाँ के तौर-तरीके सरकारी स्कूल में भी लागू करना चाहता है। हरीश कौशिक ने गफ्फार के खिलाफ जाँच करवा के कड़ी कार्रवाई की माँग की है। ऑपइंडिया से बात करते हुए हरीश कौशिक यह भी दावा करते हैं कि इस से पहले भी वो गफ्फार की शिकायत जिले के अधिकारियों से कर चुके हैं लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। वहीं जिला अधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच कराई जाएगी। जांच उपरान्त संबधित अध्यापक के खिलाफ कार्यवाई की जाएगी। Saharanpur News