रक्षाबंधन : रक्षाबंधन के त्यौहार को देखते हुए कारागार मंत्रालय ने जेल अधीक्षकों के लिए नए निर्देश दिए हैं। रक्षा बंधन के दिन यूपी की जेलों में इस बार अवकाश नहीं होगा। इतना ही नहीं जेल में बंद कैदियों भाइयों को राखी बांधने आने वाली बहनों के लिए मिठाइयों और खाने पीने का इंतजाम जेल प्रशासन की और से किया जायेगा। कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने सभी जेल अधीक्षकों को इन निर्देशों का पालन करने को कहा है।
कारागार मंत्री ने कहा कि कल सोमवार को रक्षाबंधन के अवसर पर जेल में अवकाश नहीं होगा। सभी कर्मचारी रोज की तरह काम करते रहेंगे। सभी जेल कर्मियों को निर्देश जारी किये गए हैं कि वह रक्षाबंधन के अवसर पर आने वाली बहनों के लिए पानी और मिठाई व्यवस्था करेंगे जिससे कि बहनें जेल में बंद अपने भाइयों को राखी बांध सकें।
कारागार मंत्री के निर्देश :
- रक्षाबंधन पर कोई अवकाश नहीं: उत्तर प्रदेश की जेलों में रक्षाबंधन के दिन सभी कर्मचारी सामान्य रूप से काम करेंगे।
- बहनों के लिए सुविधाएं: जेल प्रशासन ने बहनों के लिए पानी और मिठाई की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
- बहनें बिना किसी असुविधा के अपने भाइयों को राखी बांध सकें।
विश्लेषण:
यह निर्णय रक्षाबंधन के पर्व को अधिक मानवीय और भावनात्मक बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। जेल प्रशासन द्वारा बहनों के लिए की गई यह व्यवस्था न केवल कैदियों के मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी बल्कि यह भी दिखाता है कि प्रशासन कैदियों के मानवीय पक्ष को समझता है।
संभावित प्रभाव:
- कैदियों का मनोबल बढ़ेगा: अपने परिवार के सदस्यों से मिलने और रक्षाबंधन का त्योहार मनाने से कैदियों का मनोबल बढ़ेगा।
- सुधारात्मक प्रक्रिया में सहायता: परिवार के साथ संबंध मजबूत होने से कैदियों में सुधार की भावना पैदा होगी।
- समाज में सकारात्मक संदेश: यह निर्णय समाज में यह संदेश देगा कि कैदी भी मानव हैं और उन्हें भी मानवीय व्यवहार की आवश्यकता है।
अन्य संभावित पहल:
- अधिक समय: भविष्य में जेल प्रशासन कैदियों को अपने परिवार के सदस्यों के साथ अधिक समय बिताने की अनुमति दे सकता है।
- विशेष कार्यक्रम: रक्षाबंधन जैसे त्योहारों पर कैदियों के लिए विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं।
- शिक्षा और कौशल विकास: कैदियों को शिक्षा और कौशल विकास के अवसर प्रदान किए जा सकते हैं ताकि वे समाज में पुनर्वास हो सकें।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जेलों में रक्षाबंधन के अवसर पर की गई यह पहल सराहनीय है। यह निर्णय न केवल कैदियों बल्कि उनके परिवारों के लिए भी एक सकारात्मक संदेश है।