चंडीगढ़, 18 अप्रैल। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा है कि राज्य सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं का एक-एक दाना खरीदेगी।
कृषि मंत्री शुक्रवार को कुरुक्षेत्र के क़स्बा इस्माइलाबाद और करनाल जिला के गांव निगधू स्थित अनाज मंडियों का दौरा करने के बाद किसानों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने रबी फसल की खरीद प्रक्रिया की समीक्षा की और किसानों से सीधा संवाद किया।
मंडियों में किसानों से बातचीत करते हुए श्री राणा ने खरीद कार्यों को लेकर फीडबैक लिया और अधिकारियों को खरीद प्रक्रिया को बिना किसी बाधा और पूरी पारदर्शिता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, “मैंने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे कुशलता और पारदर्शिता बनाए रखें। उठान का कार्य भी जारी है, जिसे आने वाले दिनों में और तेज किया जाएगा।”
मंत्री ने बताया कि 1 अप्रैल से अब तक सरकार ने 37.72 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है, जिसमें से 11 लाख मीट्रिक टन का उठान भी हो चुका है। उन्होंने कहा कि मंडियों में खरीद का कार्य बिना किसी रुकावट के जारी रहेगा और वह स्वयं मौके पर जाकर स्थिति की निगरानी करते रहेंगे।
उन्होंने बताया कि अब तक 2 लाख से अधिक किसानों से गेहूं की खरीद की जा चुकी है और लगभग 1,400 करोड़ रुपये की राशि सीधे उनके बैंक खातों में प्रणाली के माध्यम से भेजी जा चुकी है। पिछले वर्ष 17 अप्रैल तक लगभग 25 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई थी, जबकि इस बार यह आंकड़ा पहले ही काफी बढ़ चुका है।
राणा ने सरसों की खरीद प्रक्रिया की भी जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने बताया कि रबी विपणन वर्ष 2025-26 के लिए सरसों की खरीद 15 मार्च से शुरू हो चुकी है। यह कार्य दो सरकारी एजेंसियां—हैफेड और हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन—मिलकर कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि 16 अप्रैल तक 4.93 लाख मीट्रिक टन सरसों की खरीद की जा चुकी है और 3.40 लाख मीट्रिक टन उठान भी हो चुका है। इस प्रक्रिया से अब तक लगभग 1.71 लाख सरसों उत्पादक किसानों को लाभ मिला है और उनके खातों में करीब 1,843 करोड़ रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से भेजी जा चुकी है।
किसानों के कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए श्याम सिंह राणा ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी किसान को अपनी फसल बेचने में कोई परेशानी न हो। गेहूं और सरसों का हर एक दाना समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा।