पश्चमी यूपी में आतंकी कनेक्शन, शामली जिले से पकड़ा गया ISI एजेंट कलीम, सहारनपुर में डेरा डाले है मेरठ STF
पश्चमी उत्तर प्रदेश के जनपद शामली से पकडे गए ISI एजेंट कलीम के तार सहारनपुर से जुड़े होने का खुलासा हुआ है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट कलीम का सहारनपुर कनेक्शन मिलने के बाद जहां STF ने सहारनपुर में डेरा डाला हुआ है वहीं STF ने संदिग्दों की तलाश में अभियान छेड़ दिया है। जानकारी के मुताबिक़ पकडे गए आतंकी कलीम के पास से तीन सिम कार्ड मिले हैं। सिम कार्ड सहारनपुर के रहने वाले एक युवक ने कलीम और उसके भाई को उपलब्ध कराए थे। जिनमे से एक सिम का प्रयोग ISI हैंडलर्स के द्वारा पाकिस्तान में किया जा रहा था। यूपी एटीएस की टीम पाकिस्तानी ISI एजेंट की कुंडली खंगाल रही है।

16 अगस्त को STF मेरठ की टीम ने आतंकी गतिविधियों में संलिप्त शामली के गांव नोकुआं के रहने वाले कलीम को गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि पकड़ा गया कलीम पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी कर रहा था। STF ने कलीम के पास से तीन मोबाइल सिम कार्ड भी बरामद किये हैं। STF पूछताछ में कलीम ने बताया कि ये सिम कार्ड सहारनपुर के रहने वाले यूसुफ नाम के एक युवक ने कलीम और उसके भाई को उपलब्ध कराए थे। अब STF की टीम ने युसूफ तलाश में सहारनपुर डेरा डाला हुआ है। सूत्रों की माने तो एक सिम कार्ड का प्रयोग पाकिस्तान में ISI हैंडलर्स द्वारा किया जा रहा था। मेरठ एसटीएफ की टीम ने कलीम के मोबाइल में चल रहे सिम भी बरामद कर डिटेल्स खंगाली जा रही है। STF सूत्रों के मुताबिक़ यह सिम लाहौर के पते पर जारी है। इसके साथ ही कुछ अन्य तथ्य भी सामने आए है। कलीम की गिरफ्तारी के बाद खुफिया एजेंसियों ने गहनता से पूछताछ की। जिसमें कुछ अहम तथ्य भी सामने आए हैं।

ISI एजेंट कलीम का सहारनपुर कनेक्शन निकलने के बाद मेरठ STF ने सहारनपुर जिले में भी डेरा डाल लिया है। कलीम से हुई पूछताछ में कई संदिग्ध युवकों के नाम सामने आए हैं। जो अब STF टीम के रडार पर आ गए हैं। इसके आलावा ATS की टीम भी इनके नेटवर्क को खंगालने में लगी है। STF के मुताबिक़ 12 अगस्त को ही ISI एजेंट कलीम अपनी मां आमना और पिता नफीस के साथ पाकिस्तान जेल से रिहा होकर शामली लौटा था। बताया जा रहा है कि कलीम अपने मां-बाप के साथ अवैध पिस्टल रखने के मामले में 23 जुलाई 2022 से पाकिस्तान की जेल में बंद थे। जबकि कलीम का भाई तस्लीम भी नकली करेंसी और आतंकी गतिविधियों के चलते पाकिस्तानी जेल में है। I
पकडे गए कलीम ने STF की पूछताछ में बताया कि “मैं पाकिस्तान में अपनी बुआ के यहां जाता रहता था, जहां मेरी दोस्ती ISI के कुछ हैंडलरों और सदस्यों से हो गई थी। ISI एजेंट्स ने मुझे और मेरे भाई को मोटी रकम देने का लालच देकर अपने जाल में फंसा लिया था।” ” एजेंट कहा था कि तुम्हें पैसा, हथियार, गोला-बारूद दिया जाएगा जिसको भारत ले जाकर अलग-अलग शहरों और इलाकों में जाकर दंगा और धमाके कराने होंगे। जिससे भारत में भी पकिस्तान की तरह इस्लामिक शरीयत कानून के सिस्टम को स्थापित कर इस्लामिक राष्ट्र बनाया जा सके।” STF की टीम ने कलीम पास से सेना के जवानों और राफेल की फोटो के साथ कुछ अखबारों की कटिंग भी मिली हैं। कलीम के पास से मिले मोबाइल नंबर को STF चेक कराया तो उक्त मोबाइल नंबर ISI ऑपरेटिव आतंकी दिलशाद के नाम पर निकला। कलीम देश में जिहाद फैलाने के लिए लोगों को भड़काता था। उसकी प्लानिंग भारत में मुजाहिदीन की जमात बनाने की थी। यही नहीं, वह देश में दंगा भड़काने की साजिश रच रहा था।
एएसपी एसटीएफ मेरठ बृजेश सिंह का कहना है कि शामली से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI एजेंट को गिरफ्तार किया गयाहै। पूछताछ में कुछ तथ्य सामने आए हैं। उनकी पड़ताल की जा रही है। कुछ संदिग्ध लोगों से पूछताछ भी की जाएगी।