2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक दल तैयारियों में जुटे हुए हैं। जहां सत्तारूढ़ NDA 9 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिना रही है वहीं तमाम विपक्षी दलों ने INDIA नाम से नया गठबंधन तैयार कर लिया है। इसी बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव से पहले बने INDIA और NDA द्वारा बनाये गए गठबंधन की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। मायावती ने दो टूक में साफ कर दिया कि BSP ( बहुजन समाज पार्टी ) किसी भी मोर्चे के साथ नहीं आएगी। बसपा सुप्रीमों ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी किसी मोर्चे के साथ नहीं बल्कि अपने बल बुते चुनाव लड़ेगी।
आगामी 2024 में देश की सबसे बड़ी पंचायत यानि लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं। लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनितिक मिशन बनाकर चुनाव की तैयारियों में लगे हुए हैं। ख़ास बात ये है कि लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरने से पहले जहां सभी विपक्षी दल गठबंधन में कुनबा बढ़ाने की जुगत में लगे हैं वहीं भाजपा भी NDA परिवार का विस्तार करने की रणनीति पर काम कर रही है। NDA और INDIA दोनों गठबंधन बसपा सुप्रीमो मायावती को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन मायावती ने सबके मंसूबों पर पानी फेर दिया। मायावती ने बयान देकर साफ कर दिया है कि अब बसपा किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनने वाली है।
गौरतलब है किइन दिनों यूपी में INDIA गंठबंधन में सपा, कांग्रेस और रालोद जैसी सभी पार्टियां एक साथ हो गई हैं इसके आलावा इस गठबंधन को छोटे-मोटे दलों का भी साथ मिल रहा है। यूपी NDA में बीजेपी, सुभासपा, निषाद पार्टी और अनुप्रिया पटेल अपना दल (एस) शामिल हैं। अब यूपी में इंडिया और एनडीए गठबंधन की तस्वीर मुख्य रूप से साफ हो गई है।
इसी बीच बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने गठबंधन से इंकार कर राजनितिक गलियारों में हलचल मचा दी है। मायावती ने साफ कर दिया है कि बसपा 2024 का लोकसभा चुनाव अपने पुराने फार्मूले से ही लड़ेगी। विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA को बसपा सुप्रीमो मायावती से सबसे ज्यादा उम्मीद थी। लेकिन मायावती ने गठबंधन से इंकार कर INDIA की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। जानकारों की माने तो मायावती के आने से लोकसभा चुनाव में INDIA गठबंधन एनडीए के मंसूबे को झटका दे सकता है। बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर कमल खिलाने का लक्ष्य रखा था। मायावती के NDA का हिस्सा बनने पर बीजेपी को मिशन 80 को पूरा करने में सहयोग मिलने की उम्मीद थी।
बहुजन समाज पार्टी किसी भी गठबंधन के साथ आगामी लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेगी। बहुजन समाज पार्टी के INDIA गठबंधन की पहुँच से दूर होने पर अब अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, जयंत चौधरी की रालोद और वाम दल बच गई है। मायावती ने एलान किया है बसपा लोकसभा चुनाव का चुनाव अकेले लड़ेगी। मायावती ने गठबंधन की तरफ से BJP की B-टीम बताने पर भी निशाना साधा है। मायावती ने दोनों गठबंधन से किनारा करते हुए मीडिया से फर्जी खबर नहीं फैलाने की अपील भी की है। अपने ट्विटर हेंडल पर ट्वीट कर बसपा सुप्रीमो ने NDA और INDIA गठबंधन के ज्यादातर घटक दलों को गरीब-विरोधी, जातिवादी और सांप्रदायिक बताया है।