सहारनपुर : थाना बेहट क्षेत्र के रहना गांव के पास खारा पावर हाउस में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक विशालकाय अजगर ने एक कुत्ते को अपना निवाला बनाने की कोशिश की। अजगर ने कुत्ते को करीब तीन घंटे तक अपनी मजबूत पकड़ में रखा, जिससे कुत्ता लगातार चिल्लाता रहा।
खारा पावर हाउस के कर्मचारियों ने कुत्ते की चीख सुनकर मौके पर पहुंचे और वन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर कुत्ते को अजगर की पकड़ से मुक्त कराया। टीम ने अजगर को प्लास्टिक के बोरे में बंद कर जंगल में छोड़ दिया।
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अजगर और कुत्ते की जंग
- यह घटना उस समय हुई जब अजगर ने कुत्ते को अपने शिकार के रूप में चुना और उसे अपनी मजबूत पकड़ में ले लिया। कुत्ता अजगर की पकड़ से मुक्त होने के लिए काफी संघर्ष करता रहा लेकिन अजगर की पकड़ इतनी मजबूत थी कि वह इससे बाहर नहीं निकल पा रहा था।
वन विभाग की त्वरित कार्रवाई
- वन विभाग की टीम ने कुत्ते को बचाने के लिए काफी संघर्ष किया। टीम के सदस्यों ने अजगर को पकड़ने के लिए सावधानी बरती और कुत्ते को बिना किसी नुकसान पहुंचाए अजगर की पकड़ से मुक्त कराया।
अजगर को छोड़ा गया जंगल में
- कुत्ते को बचाने के बाद वन विभाग की टीम ने अजगर को प्लास्टिक के बोरे में बंद कर जंगल में छोड़ दिया। यह सुनिश्चित किया गया कि अजगर को किसी भी प्रकार का नुकसान न पहुंचे।
स्थानीय लोगों में दहशत
- इस घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी है। लोग अब अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं। वन विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और जंगली जानवरों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है।
विशेषज्ञों का कहना
- वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि अजगरों का शिकार करना आम बात है। वे अक्सर छोटे जानवरों जैसे कुत्तों, बिल्लियों और चूहों को अपना शिकार बनाते हैं। हालांकि, मानवों पर अजगरों के हमले की घटनाएं बहुत कम होती हैं।
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सुरक्षा के उपाय
- वन विभाग ने लोगों को सुरक्षित रहने के लिए कुछ उपाय बताए हैं। लोगों को जंगल में अकेले जाने से बचना चाहिए। बच्चों को हमेशा बड़ों की देखरेख में रखना चाहिए। घरों के आसपास कूड़ेदान को ढककर रखना चाहिए ताकि जंगली जानवर आकर्षित न हों।
यह घटना हमें जंगली जानवरों के साथ सह-अस्तित्व के महत्व को याद दिलाती है। हमें जंगली जानवरों का सम्मान करना चाहिए और उनके रहने के स्थान का अतिक्रमण नहीं करना चाहिए।
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