इमरान मसूद को बसपा ने किया निष्कासित, इमरान मसूद ने पांच करोड़ रुपये मांगने का लगाया आरोप
सहारनपुर : सहारनपुर के मुस्लिम कद्दावर नेता इमरान मसूद को सदस्यता रसीद नही कटवाना महंगा पड़ गया। इमरान मसूद को बसपा से यह कहकर निष्काषित कर दिया गया कि उन्होंने न सिर्फ पार्टी विरोधी कार्य किये हैं बल्कि अनुशासन का पालन नही किया है। जिसके बाद इमरान मसूद ने बसपा पर पांच करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए कहा कि बसपा सुप्रीमो ने उनको पार्टी जॉइन करवाई थी जिला अध्यक्ष ने नही। मायावती के इर्द गिर्द घूमने वाले नेताओं ने बसपा का बंटाधार कर दिया है। वे रसीदों के बहाने करोड़ो रूपये की मांग कर रहे हैं। पैसा नही देने पर उनके खिलाफ यह कार्यवाई की गई है।
इमरान मसूद सहारनपुर में मुस्लिम कद्दावर नेता के तौर पर जाने जाते हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान कॉंग्रेस में रहते पीएम मोदी को लेकर विवादित बयान के बाद सुर्खियों में आये थे। उस दौरान उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले इमरान मसूद ने समाजवादी पार्टी जॉइन की थी। खास बात ये है कि इमरान मसूद जिस पार्टी में जाते हैं जिले में दूसरे नंबर की पार्टी बन जाती है। बावजूद इसके इमरान मसूद नगर निगम चुनाव से पहले मायावती की मौजूदगी में बसपा में शामिल हो हुए थे। सहारनपुर नगर निगम में महापौर के लिए इमरान मसूद की समधन एवं भाभी खदीजा मसूद को बसपा के टिकट पर चुनाव लडवाया था। जिसमें करीब डेढ़ लाख वोट पाकर इमरान मसूद की भाभी दूसरे नम्बर पर रही थी हालांकि इससे पहले नगर निगम के चुनाव में बसपा प्रत्याशी केवल 8000 वोट पर ही सिमट जाती थी।
निष्कासन के बाद इमरान मसूद ने बताया कि उनको बसपा सुप्रीमो मायावती ने आशीर्वाद देकर बसपा जॉइन करवाई थी। इसलिए बसपा सुप्रीमो मायावती के बारे में कुछ नही कहूंगा लेकिन उनके इर्द गिर्द घूमने वाले बसपा नेता न सिर्फ बहन जी को गुमराह कर रहे हैं बल्कि उनके नाम पर करोड़ों की मांग कर रहे हैं। यही वजह है कि आगामी लोकसभा चुनाव में बसपा जीरो पर रहेगी। जबकि उनके बसपा में आने से बसपा का वोट बैंक बढ़ा था।
नेता इमरान मसूद का कहना है कि उन्हें बहनजी ने पार्टी में ज्वाइन कराया था, जिलाध्यक्ष ने नही। उनको निष्कासन की सूचना मिल गई है। जिसके बाद उन्होंने अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है। बैठक में जो भी फैसला उनके साथी लेंगे उस पर काम किया जाएगा। लेकिन वह इस बारे में साथियों से मशविरा कर आगे कोई निर्णय लेंगे, साथ ही कहा कि वह लोकसभा का चुनाव अवश्य लड़ेंगे।