वायनाड : केवल तीन महीने पहले ही नौफल अपने प्यारे परिवार के सदस्यों के लिए बेहतर जीवन की तलाश में मुंडक्कई के पहाड़ी गांव को छोड़कर ओमान चले गए थे। लेकिन उस आदमी ने कभी नहीं सोचा था कि वह उन्हें हमेशा के लिए अलविदा कह रहा है और जीवन में कभी उनमें से किसी से नहीं मिल पाएगा।
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विनाशकारी भूस्खलन ने उनके परिवार के 11 सदस्यों की जान ले ली। जिनमें उनके पिता, माता, पत्नी, बच्चे, भाई, भाभी और उनके बच्चे शामिल हैं। आँखों में आंसू लिए और दिल टूटा हुआ नौफाल सोमवार को भूस्खलन स्थल पर पहुंचा, जिससे देखने वाले हैरान रह गए।
उस अभागे आदमी का, जहां कभी उसका घर था, मलबे और रेत के ढेर को घूरते हुए देखना एक दिल दहला देने वाला दृश्य था। भूस्खलन की चपेट में आकर उसका परिवार अकाल ही मौत के आग़ोश में शमा गया।
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उनके एक रिश्तेदार ने बताया कि “नौफ़ल केवल तीन महीने पहले ओमान के लिए रवाना हुए थे। जब वह आज गांव लौटे, तो उनके पास कुछ भी नहीं बचा था। उनके परिवार के ग्यारह सदस्य भूस्खलन में खो गए हैं।”
हालाँकि वह त्रासदी के बारे में जानने के एक दिन बाद बुधवार को राज्य में पहुँच गया था, लेकिन वह व्यक्ति सोमवार को ही अपने गाँव आया था। उन्हें बिना किसी लक्ष्य के इधर-उधर घूमते और कभी-कभी अपना चेहरा ढककर रोते हुए देखा गया। ग्रामीणों और अन्य रिश्तेदारों को उस व्यक्ति को सांत्वना देना मुश्किल हो रहा था। हर कोई उसके लिए न सिर्फ चिंतित था बल्कि आपदा सबकी आँखे नम थी। हालांकि इस आपदा में सैकड़ों परिवार अपनों को खो चुके हैं हजारों परिवार घर से बेघर हो गए हैं।
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